Income & Business

कमाएँ हर दिन

१- क्या उधार देना व्यापार में जरूरी है ? 
 - अगर आप भी उधार दे रहें हैं और वो पहले 1000  फिर 2000 , फिर 10000 और फिर 50000 हो रहा है
    और आप सोच रहें है कि आपका व्यापार बढ़ रहा है तो सोचे -
        इसतरह आपके 50000 उधार पर - कोई और व्यापार कर रहा है - और उसने अपने पैसे भी  नहीं लगाये 
               याद रखें - आपकी असली कमाई तभी होगी - जब आपको काम के पूरे पैसे मिल जायेंगे
        - इसलिए काम  पूरा होते ही - अपने पैसे जल्द से जल्द प्राप्त करें - उसे लेने में लापरवाही न करें
         जितना बड़ा उधार होगा - आपका व्यापार उतना ही कमजोर होता जायेगा - और आप दुखी

२- अगर आप अपने घर से व्यापार कर रहें है तो इन बातों का ध्यान रखें 
      - आपको किराया नहीं देना होता - पर अगर आप कहीं बाहर होते तो किराया देना ही पड़ता
      - इसलिए अपनी कमाई में से किराये जितनी रकम अपने बैंक में जमा करतें रहें - 
      - बिजली - टेलीफोन का बिल भी अगर घर पर नहीं दे रहें-  तो उसे भी बैंक में जमा करतें रहें 
      - तभी आप सही मायने मे  तरक्की कर सकेंगे

३- व्यापार में सबसे  जरूरी -  व्यापारी कि जबान यानि वचन बद्धता होती है
          कस्टमर को काम पूरा करने का - जो भी समय दें - सोच समझ कर दें - और समय पर जरूर पूरा करें 
          वर्ना ऐसा समय न ही दें जिसे आप पूरा न कर सकें -
                                   और इसी से आपकी पहचान भी बनेगी - अच्छी या बुरी 

४- क्या आप जानते है ?  कि कोई काम आसान और कोई काम मुश्किल क्यों होता है
     - जो काम आपको आता है वो आसान होता है 
     - जो काम आपको नहीं आता - वो मुश्किल होता है 
         इसलिए जो काम मुश्किल लगे - उस काम को जानने वाले से संपर्क करें 
      - या तो उस काम को सीख लें  -   या उस काम के पैसे देकर किसी से करवा लें - 
                इससे आपका कभी नुक्सान नहीं होगा- और मुनाफा भी बढ़ेगा

५- व्यापार लाभ और हानि पर निर्भर करता है 
    इसलिए अपने काम को इतने ध्यान से करें - बार बार चैक करके करें - कि नुक्सान होने न पाये
            क्योंकि लाभ होने पर आपकी समृद्धि है - और हानि होने पर गरीबी














DTP & Designing Work- काम करने का पक्का तरीका

your DTP & Designing work

आपके दिन कि शुरुआत -

१- आपने कस्टमर से काम समझा

२- अपने कारीगर को कहा, कि इस कस्टमर का काम, आज शाम को देना है

३- आप मार्किट निकल गए, अन्य काम करने के लिए

४- शाम को कस्टमर का फ़ोन आता है - मेरा प्रिंटिंग का सामान दे दो

तब आप - अपने कारीगर को पूछते हो - इस कस्टमर के काम का क्या हुआ 

और कारीगर बताता है -  काम नहीं हुआ क्योंकि 

१- पेपर नहीं आया था   या 

२- प्रिंटिंग इंक ख़तम हो गयी थी  या 

३- गलत सामान पर छप  गया  

अब  आप परेशान - इधर कस्टमर नाराज - उधर आपकी कारीगर से तू- तू- मैं-मैं  - 

और कमाई  बाबाजी का ठुल्लु 
पर अब से ये नहीं होगा ! अगर आप इन बातों का ध्यान रखें 

1-  पक्की बात करना - confirmation
यानि की ऐसा न हो जिससे आप बात करें - उसका ध्यान आप पर हो ही नहीं -
                                              आप अपनी बात कह कर चले जाएँ और बात किसी ने सुनी ही ना हो

   - अपने कारीगर या किसी से  भी जब बात करें - आमने सामने होकर बात करें - और पूछे उसने क्या समझा

जैसे मोबाइल पर किसी को नंबर देते हैं और देने के बाद पूछते हैं कि क्या नंबर लिखा है - वास्तव में यही पक्की बात है अगर आप ऐसे करतें हैं तो काम पक्का होगा और नुकसान बिलकुल भी नहीं 

     -  जितना हो सके लिख कर - या लिस्ट बना कर काम करें - और कारीगर के सामने रखें
     - हो सके तो बोर्ड दिवार पर लगाएं

 
    -   अपने स्टाफ को या कारीगर को साफ़-साफ़ कह दें - किसी भी वजह से काम रुके -
         आपको फ़ोन करके उसी समय बताया जाये न कि शाम को पूछने पर 

  
कस्टमर को सही समय दें 
       - ऐसे ही न कहें - शाम को हो जायेगा - कल ले लेना - जब भी कोई टाइम दें - उसे पहले कैलकुलेट करें - 
           जैसे छापना - बाइंडिंग करना - जॉब सूखना -आदि सोच विचार करने के बाद -
                                                                                                    डिलीवरी का टाइम कस्टमर को दें 

      - कस्टमर को जरूर कहें कि अपने मैटर को अच्छी तरह चेक कर लें - कहीं कोई गलती न रह जाये 
     - अगर आप बार बार ऊपर कही बातें कहते रहते हो तो कस्टमर भी - आपको बाद में परेशान नहीं करेगा 
     - कस्टमर से प्रूफ पर साइन करवा कर - जॉब छपने को दें

    - अगर किसी वजह से - आप टाइम पर काम नहीं दे पाएंगे -
                                          तो तुरंत कस्टमर को फ़ोन करें और बताएं  कि अब नया समय क्या होगा

    -  इस तरह कस्टमर नाराज नहीं होता बल्कि आपका साथ देता है 

          ( पर आप ऐसा नहीं करते तो क्या होगा - कस्टमर आपको फ़ोन करेगा - आप आना कानी करेंगे - फ़ोन नहीं उठाएंगे - किसी और को फ़ोन देकर झूठ बुलवायंगे - ये सभी बातें कस्टमर को परेशान करेंगी , और आप पर कस्टमर का भरोसा तोड़ेंगी )

      
ऊपर लिखी बातों पर अगर आप अमल करते है तो यकीन माने - कस्टमर आप पर ज्यादा भरोसा करेगा 
खुद आपको भी अपने पर विश्वास बढ़ेगा - और आपका व्यापार भी बढ़ेगा






Learn CorelDRAW in Hindi - ये कोर्स क्यों करें ?

प्रश्न -१  यह कोर्स औरो से कैसे अलग है ( इसमें क्या खास बात है ?)

-  जिसके मार्किट में पैसे मिल सकें या आप कमाई कर सके
   ऐसे काम आप इस ट्रेनिंग में सीखते हो -

- इसमें CorelDRAW के टूल के साथ साथ उससे भी जरूरी Colour designging सीखतें हैं 

- इसमें अनुभवी ट्रेनर द्वारा सीखते हो - बार-बार टीचर बदलने की परेशानी नहीं होती। 

- आप अपने टाइम पर सीख सकते हैं 
   (सुबह - रात को - आधी रात को - दिन में कभी भी - यानि कोई बंधन नहीं ) 

- विडियो ट्रेनिंग के वजह से - भूल जाने पर, 
   बार-बार विडियो देखने से समझना आसान हो जाता है। 


- फीस औरो के मुकाबले बहुत कम होने से आप पर खर्च का बोझ नहीं पड़ता यानि affordable होती है। 

- इस कोर्स से सीख कर आप नौकरी या व्यापार करके अपनी कमाई बढ़ा सकतें हैं। 

इस तरह ये ट्रेनिंग, आपके पैसे वसूल कराने वाली है। 

- आप ग्राफ़िक डिजाइनिंग तो सीखते ही हैं साथ ही व्यवहारिक ज्ञान भी सीखते हैं 

    - कस्टमर से कैसे बात करते हैं, 
    - आप मार्किट में औरों से अलग पहचान कैसे बनायेंगे 
    - आखिर कोई आपको काम क्यों दे जबकि पहले से ही आपसे सीनियर लोग काम कर रहें हैं. 
   -  अपना काम कैसे प्रचारित करना है 
   -  मशीन और वर्कर्स को कैसे चुनें  
          - उनसे काम कैसे कराया जाय 
          -  एक अच्छा माहौल कैसे बनाया जाये


प्रश्न -2    कुछ समझ नहीं आता तो - उसका क्या 

- आप मुझे ईमेल ( info.proway@gmail.com ) कर सकते हैं  ( ईमेल करना ट्रेनिंग में सिखाया है )

- आप मुझे फ़ोन ( 09311226033 ) करके या व्हाट्सप  से पूछ सकते हैं 

   अगर फिर भी समझने में परेशानी हो तो 

-  Anydesk software से मैं आपके कंप्यूटर पर  - आपको समझा सकता हूँ 

  (Anydesk ऐसा FREE सॉफ्टवेयर है जो आप कंप्यूटर पर डाल ले तो - मैं आपके कंप्यूटर को देख सकता हूँ यानि आप कंप्यूटर पर जो कर रहें है  उसे देख सकता हूँ और करके दिखा भी सकता हूँ।  इसके लिए इंटरनेट की जरूरत होगी।  

ये सॉफ्टवेयर लेने के लिए  google.com पर जाकर Anydesk सर्च करें या 
इस लिंक पर क्लिक कर डाउनलोड कर सकते हैं       
https://anydesk.com/en


तो इस तरह आप अपने ही घर या ऑफिस में - आसानी से अपने ही टाइम पर सीख सकतें हैं। 

और आपको कहीं आने-जाने कि जरूरत नहीं होती, आने - जाने का खर्च और समय भी बच जाता है


प्रश्न -3   इंस्टिट्यूट जाने पर  स्टूडेंट्स का नुक्सान कैसे होता है 

-  इंस्टिट्यूट की फीस बहुत ज्यादा हो जाती है 

   क्योंकि फीस में  इंस्टिट्यूट के कंप्यूटर, ऑफिस का किराया, बिजली  खर्च भी फीस में होता है. 

-  वहां प्रोफेशनल टीचर भी मुश्किल से मिलते हैं क्योंकि प्रोफेशनल तो ज्यादा सैलरी मांगेगे 

स्टूडेंट्स ये पता नहीं करते की टीचर डिजाइनिंग जानता भी है या नहीं

- आप अपने काम को छोड़ कर - बीच में - क्लास करने जायँगे - शाम के समय - या सुबह सुबह

- बीच में जाना - यानि अपना काम लेबर पर छोड़ना -
   ये तो और भी मुश्किल और नुक्सान वाला काम होता है 


- कुछ दिनों बाद आप जाना छोड़ देते हो - वो कोर्स अधूरा  छोड़ देते हो - 

-  और जो फीस दी उसका  नुक्सान उठाना पड़ता हैं 


प्रश्न -4   - इस  ट्रेनिंग  से  कैसे और आसानी से सीखेंगे 

ये बिलकुल ऐसे है जैसे मैं खुद आपके पास आकर आपको सीखा रहा हूँ 
   
इसे ऐसे समझें 
- अगर मैं आपके घर  आपको सीखा रहा होता तो - आपको  Computer पर कुछ करके दिखाता - तब आप  computer screen को देखते हैं और मेरी सिर्फ आवाज ही सुनते - उसके बाद, जैसे देखा था वैसे ही, आप खुद से करके सीखते, मेरे  जाने के बाद अगर आप  कुछ भूल जाते तब, अगले दिन की क्लास में आप मुझसे पूछते -

- पर अगर मैं उस क्लास की रिकॉर्डिंग करके आपको दे जाता - तो आप कभी भी उस विडियो को चला कर वह बात सीख लेते - और सबसे अच्छी  बात - जब कोर्स पूरा हो जाता तब भी वो विडियो आपके काम आते। 



प्रश्न - ये वीडियो कोर्स डीवीडी में मिलेगा या PENDRIVE में मिलेगा ?
उ - ये वीडियो कोर्स अब 16 GB PENDRIVE में मिलता है,
पहले 3 डीवीडी में मिलता था पर अब डीवीडी का इस्तेमाल बहुत कम होता है
इसलिए PENDRIVE में मिलता है.


प्रश्न - वीडियो कोर्स PENDRIVE हमें कैसे मिलेगी ?
उ - फीस जमा करने के बाद, कोर्स PENDRIVE कूरियर से भेजी जाती है
जो 3 से 5 दिन में आपके घर पहुंच जाती है।
शहर वाले पते के लिए dtdc कूरियर
और गांव, तहसील वाले पते के लिए स्पीड पोस्ट कूरियर से।
(कूरियर का खर्च फीस में ही है अलग से कोई खर्च नहीं देना)

प्रश्न - क्या हम पैकेट मिलने पर फीस दे सकते हैं ?
उ - इस सुविधा को कैश ओन डिलीवरी (cash on delivery ) कहते हैं.
जब कोई ऑफर चल रही होती है तब फीस पहले जमा करनी होती है
अन्यथा कैश ओन डिलीवरी के लिए पहले और अलग से 300 Rs देने होते हैं और
पैकेट मिलने पर वो फीस देनी होती है जो वेबसाइट पर लिखी होती है।



अभी नहीं - मतलब तरक्की भी नहीं


अभी नहीं - मतलब तरक्की भी नहीं

हम सभी अभी नहीं- का इस्तेमाल करतें हैं

जानतें हैं ऐसा क्यों होता है ?

"हे भगवान् मेरी लाटरी निकाल दो", पर लाटरी टिकट लेने के लिए जाना हो तो  - अभी नहीं

"मैं अपने शरीर को फिट रखूँगा - सुबह जल्दी उठूंगा ", पर सुबह उठना हो तो  - अभी नहीं

"मैं कुछ नया सीखूंगा - इससे  मेरी कमाई जरूर बढ़ेगी पर - अभी नहीं

"मैं  अपना काम शुरू करूँगा ", पर काम शुरू करने का सामान जुटाना हो तो  - अभी नहीं

"मैं नयी नौकरी ढूंढूंगा ", जब इंटरव्यू पर जाना हो तो  - अभी नहीं

"मैं नया सूट सिलवाऊंगा - टशन मारूंगा ", पर पहले और कमा ले, या फिट हो जाऊ तब पर - अभी नहीं

अपने बीते समय को पीछे मुड़ कर देखें तो हम सभी - अभी नहीं - का इस्तेमाल करके अपने निर्णय टालते रहें हैं।

जी हाँ - अभी नहीं का मतलब - अपने निर्णय को टालना - या तय न कर पाना होता है।

अब सोचें - आपने जितने भी काम अबतक टालें हैं अगर उन्हें  टाला ना  होता तो, जैसे कि-

अगर अच्छा पढ़ गया होता तो - आज जिंदगी कुछ और होती
अगर वो कोर्स कर लिया होता तो - आज से ज्यादा कमा रहा होता -
अगर वो नौकरी कर ली होती तो आज फॉरेन कंट्री होता -
अगर english speekaing कर ली होती तो सबकी छुट्टी कर देता --और भी न जाने क्या-क्या हो सकता था

मगर फिर भी होता है - अभी नहीं

अब बात आती है कि - आखिर हम टालते क्यों हैं -

क्योंकि हम असफल होने से डरते हैं - नुक्सान के होने से डरते हैं - या यूँ कहें अपने आप को डरा कर रखते हैं

अपने आप को अंदर तक ये समझा रखा है कि कुछ करो मत,

बस चुपचाप बैठे रहो-  कुछ करना नहीं है,  क्योंकि करा तो

या तो तरक्की होगी या असफल, तरक्की होगी वो ठीक है पर असफल नहीं होना इसलिए

अभी कुछ न करो, टाल दो मतलब - अभी नहीं 

आपने जाना - जब किसी काम को करने से - तरक्की भी हो सकती है और असफल भी तो

सिर्फ असफल होने का डर हमने रख लिया और तरक्की होने के आत्मविश्वास को छोड़ दिया 

इस तरह हमने खुद से, असफलता को चुन कर अपने साथ रखा है और तरक्की को छोड़ रखा है

तो बताइये - तरक्की कैसे हो।

अब जाने - असफलता से कैसे जीतें 

1 - अगर कोई रेस हो रही हो और उसमे आप भी दौड़ रहें हो  पर  रेस आधी में छोड़ देते हैं कि
     मेरे से नहीं होगा तो - वास्तव में ये है असफलता

2  - अगर कोई रेस हो रही हो और उसमे आप भी दौड़ रहें है पर रेस में आप पीछे रह जाते हैं
      मगर यहाँ आपने  रेस पूरी  की - अब ये असफलता नहीं हैं

यहाँ जरूरी बात ये है कि आपने ये रेस पूरी की थी। ये बात आपका आत्मविश्वास हमेशा बढ़ाएगी 

परन्तु ऊपर वाली स्थिति में आप अपने आप को दोषी मानेंगे कि काश रेस पूरी कर लेता 

      हर असफलता से  आप ये समझ पातें हैं कि क्या कमी रही और

       उस कमी को दूर कर आप फिर से तैयारी करते हैं

      और ये बात आपको मजबूत  बनाती है

       इसका मतलब -  हर असफलता से - आप अपनी कमियों को जानते हैं उन्हें दूर करते हैं
     
       और  यही  बात आपको जीत जरूर दिलाती है। मतलब आपको तरक्की जरूर दिलाती हैं।

वास्तव में हम कोई भी काम ऐसे ही नहीं करते - 

बल्कि पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं, 

दोस्तों रिश्तेदारों से उसके बारे में बातें करते हैं  -और खूब जांच परख करते हैं 

पर उसके बाद भी - अभी नहीं - यानि निर्णय नहीं लेते - ऐसे है जैसे रेस आधी छोड़ दी हो 

हम ज्यादातर निर्णय डर या मजबूरी के प्रेशर में लेते हैं जैसे -

बिजली बिल 3 दिन में जमा नहीं किया तो बिजली कट जायगी - तुरंत जमा होगा
लोन क़िस्त टाइम से जमा नहीं कि तो - मांगने वाले घर आ जायेंगे   - तुरंत जमा होगा
स्कूल फीस समय पर जमा नहीं कि तो - नाम कट जायेगा   - तुरंत जमा होगा
पूरे महीने काम नहीं किया पर नौकरी जाने का डर  आया तो - एक दिन में काम हो जायेगा
सामान मंगवाया पर नहीं लाये - जैसे ही कहा गया कि आज नहीं आया तो खाना नहीं बनेगा तो -तुरंत आयेगा

इसका मतलब - जब कोई टाइम दिया हो तो वो काम का निर्णय हम सबसे पहले लेते हैं

वर्ना हम उसे टालते रहते हैं और इसी को आदत बना लेते हैं -

अब जब भी - पूरी जानकारी ले ली हो, - जाँच परख लिया हो - फिर भी आये - अभी नहीं 

तो आप एक टाइम लिमिट बनाये - सोचे कि इसे जरूर पूरा करूँगा - आधी रेस मैं  नहीं छोडूंगा 

फिर देखें आपको कभी नहीं कहना होगा काश--------

आपकी  सफलताओं का शुभेछुक
संजय माकड़ 
9311226033 
www.CDRhindi.in










1-Learn E-mail Account in hindi

Learn to create E-mail Account in hindi step by step
Gmail  पर ईमेल  account  बनाना सीखें ( step by step)
नीचे हर स्टेप की  नीली लाइन (लिंक) पर क्लिक करने पर वीडियो ट्रेनिंग नए पेज पर दिखेगी 
देखने के बाद आप वापस इसी पेज पर आकर आगे की ट्रेनिंग कर सकते हैं 

                  इस tutorial  में जीमेल पर नया ईमेल अकाउंट बनाना सीखेंगे -
                  आप जितने चाहें  ईमेल अकाउंट बना सकते पर उनके पासवर्ड कहीं लिख कर रखें 

                  इसमें जाने की जब आपको कोई ईमेल करता है तो उसे कैसे देखेंगे 
   
                आप किसी को ईमेल कैसे भेजेंगे 

                इसमें जाने की  picture या कोई  फ़ाइल जैसे PDF, JPEG, word या Excel
                 attacment के साथ - 
ईमेल में कैसे भेजे

                  अपने ईमेल अकाउंट का पासवर्ड आप कभी भी बदल सकते हैं जाने कैसे 

                 जाने की आप ईमेल-  इंग्लिश के आलावा हिंदी या कोई और भारतीय भाषा में भेज सकते हैं 
                  और ये बहुत आसान है - जाने कैसे 

                 इसमें जाने - जब भी हम मेल करें तो हर मेल के नीचे -
                 हमारा नाम फ़ोन या पता अपने आप टाइप हो के आ जाये ( बस एक  सेटिंग करें)

                  इसमें जाने - हमें अलग अलग दिनों पर अलग अलग लोगों के मेल आते हैं 
                  और हम चाहते हैं की दोस्त  मेल एकसाथ और  बैंक के ईमेल एक साथ होकर दिखें 
                  जैसे - हमारे इनबॉक्स में - एक दोस्त है RAM और SBI Bank के मेल हैं तो इस तरीके से 
                  हम RAM के मेल एक बार में देखें तब   SBI Bank के मेल या कोई और मेल नहीं दिखेंगे 
                  और इसी तरह bank के मेल देखना चाहे और बाकि नहीं